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12वीं के बाद क्या करें, अब इसकी टेंशन अशोका इंस्टीट्यूट पर छोड़िए, यहां मिलेगा पूरा गाइडेंस

—चंदौली के चहनिया स्थित जाब्स इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी एंड मैनजमेंट के 200 स्टूडेंट्स को दी गई करियर काउंसिलिंग

वाराणसी। अशोका इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी एंड मैनेजमेंट ने पूर्वांचल के उन स्टूडेंट्स को मुफ्त में करियर काउंसिलिंग करने की मुहिम शुरू की है जो 12वीं के बाद अपने बेहतर भविष्य के लिए सार्थक मशविरा चाहते हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को चंदौली के चहनिया स्थित जाब्स इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी एंड मैनजमेंट के करीब 200 स्टूडेंट्स अशोका इंस्टीट्यूट पहुंचे, जहां छात्र-छात्राओं की करियर काउंसिलिंग की गई।

स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए इंस्टीट्यूट के डीन एकेडमिक प्रो.सीपी मल ने कहा कि ’12वीं के बाद वे क्या करें’? अब इसकी टेंशन अशोका इंस्टीट्यूट पर छोड़िए। यहां हर स्टूडेंट को पूरा गाइडेंस दिया जा रहा है। कैरियर चयन और आगे की पढ़ाई के बारे में स्टूडेंट्स मशविरा देने में एडमीशन सेल अहम भूमिका निभा कर रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल के तमाम होनहार स्टूडेंट्स 12वीं के बाद अपने करियर के बारे में निर्णय नहीं ले पाते हैं कि उन्हें किस क्षेत्र में जाना चाहिए। कौन का कोर्स उनके लिए उपयोगी रहेगा? उन्हें कोई काउंसलर भी नहीं मिलता। इससे भटकाव की स्थिति पैदा हो जाती है। आमतौर पर स्टूडेंट को पता ही नहीं होता कि इंटर के आगे कौन सा कोर्स कर सकते हैं, जो रोजगार का जरिया बन सकता है। ऐसे स्टूडेंट्स को अशोका इंस्टीट्यूट सही दिशा दे सकता है।

फार्मेसी विभाग के अध्यक्ष डा.बृजेश सिंह ने कहा कि नए दौर में तकनीक शिक्षा से ही बच्चों का भविष्य बेहतर बन सकता है। इंटर पास करने वाले स्टूडेंट्स को पता नहीं रहता कि उसके आगे वह किस कोर्स में प्रवेश लें और कौन सा कैरियर चुनें? प्रतियोगी परीक्षाओं के संबंध में जानकारी कहां से लें? उन्होंने कहा कि अशोका इंस्टीट्यूट विज्ञान, कला एवं वाणिज्य विषय क्षेत्रों के अंतर्गत रोजगार संभावनाओं के बारे में स्टूडेंट्स की सही मशविरा देने के लिए मुहिम चला रहा है।

अप्लाइड साइंस के असिस्टेंट प्रोफेसर डा.अजय भूषण प्रसाद ने स्टूडेंस्ट को प्रेरित किया कि बेहरत लैब और तकनीकी शिक्षा ही युवाओं का भविष्य सुधार सकती है। सिर्फ सुनने के बजाय समाजिक सरोकारों को समझना भी बेहद जरूरी है। फार्मेसी विभाग के अध्यक्ष डा.बृजेश सिंह ने कहा कि नए दौर में तकनीक से ही बच्चों से भविष्य बेहतर बन सकता है। अप्लाइड साइंस के असिस्टेंट प्रोफेसर डा.अजय भूषण प्रसाद ने स्टूडेंट्स को बताया कि बेहतर लैब और तकनीकी शिक्षा ही युवाओं का भविष्य सुधार सकती है। करियर काउंसिलिग कार्यक्रम में सिविल इंजीनियरिंग के प्रभारी धर्मेंद्र दुबे, इलेक्ट्रानिक्स एवं कम्युनिकेशन के प्रभारी संदीप मिश्र के अलावा अरविंद कुमार, राजीव यादव, अर्जुन कुमार, मनु कुमार सिंह, राजेंद्र तिवारी, पंकज मौर्य आदि ने कार्यक्रम में शरीक होने वाले स्टूडेंट्स को तकनीकी शिक्षा के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

इस मौके पर स्टूडेंट्स को एमबीए, इंजीनियरिंग और फार्मेसी कोर्स के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई और कहा कि प्रबंध का अर्थ होता है यह ऐसा क्षेत्र है जिसमें नौकरी का भरोसा जगाता है। जाब्स इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी एंड मैनजमेंट चहनिया (चंदौली) के प्रबंध निदेशक पवन कुमार मौर्य ने अशोका इंस्टीट्यूट की सराहना की और कहा कि करियर काउंसिलिंग से उनके संस्थान के स्टूडेंट्स काफी प्रभावित हुए। उन्होंने जो किताबों में पढ़ा था, उसे यहां आने के बाद देखा और समझा। उन्होंने कहा कि वह अशोका इस्टीट्यूट से जुड़े रहेंगे। बताया कि इंस्टीट्यूट के वाइस चेयरमैन अमित मौर्य इनके संस्थान में कई बार विजिट कर स्टूडेंट्स को संबोधित कर चुके हैं। जाब्स इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी एंड मैनजमेंट के दीपक राय, लक्ष्मी कांत प्रजापति, अनिल केसरी, अरविंद यादव, मो.सैफ, सौरभ कुमार ने भी इस मौके पर विचार व्यक्त किया।

कार्यक्रम के आखिर में महिला दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें बायोटेक और कंप्यूटर साइंस की मेधावी छात्राओं पर वृत्त चित्र दिखाया गया। साथ ही यह भी बताया गया कि अशोका इंस्टीट्यूट छात्राओं के लिए बनारस का सबसे सुरक्षित इंस्टीट्यूट में से एक है। यहां छात्राओं की सुरक्षा के अलावा उनकी पढ़ाई पर विशेष ध्यान दिया जाता है। कार्यक्रम का संचालन एडमीशन सेल के प्रभारी रमेश कुमार सिंह और नेहा सागर ने किया।

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