अशोका इंस्टीट्यूट में फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम Uncategorized Breaking न्यूज़ ब्रेकिंग न्यूज़ by The Ashoka News - February 5, 2023February 5, 20230 देश-विदेश के विशेषज्ञों ने साझा की कंप्यूटेशन, डेटा प्रोसेसिंग और सिक्योरिटी की नई जानकारी वाराणसी। अशोका इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी एंड मैनेजमेंट में पिछले पांच दिनों से चल रहा फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम शुक्रवार को समाप्त हो गया। इस कार्यक्रम का मकसद शिक्षकों और रिसर्चरों को कंप्यूटेशन, डेटा प्रोसेसिंग और सिक्योरिटी की नई विधाओं से जागरूक कराना था। कार्यक्रम में सौ से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में देश-विदेश के विशेषज्ञों ने अपनी जानकारी साझा की।फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के पहले दिन लखनऊ स्थित एमिटी विश्वविद्यालय की प्रोफेसर नम्रता ढांडा ने बिग डाटा एनालिसिस के महत्व को रेखांकित किया और कहा कि इस क्षेत्र में जो लोग पारंगत होते हैं कंपनियां उन्हें बहुत ज्यादा अहमियत देती हैं। डाटा एनालिसिस के जरिये
कला संसार नहीं, आंदोलन रचती हैं बनारस की पूनम Uncategorized by The Ashoka News - July 24, 2022July 24, 20220 सिद्धहस्त चित्रकार पूनम ने अपनी जिंदगी में जितने झंझावतों को झेला है, उतने ही किरदार इनके चित्रों में भी नजर आते हैं। ढूंढेंगे तो पाएंगे कि इनके चित्रों में हर किरदार का एक अतीत है, उसका वर्तमान है और भविष्य भी है। हर चेहरे और हर रंग को एक तय समय और निश्चित परिवेश में आसानी से देखा और पढ़ा जा सकता है। सिर्फ वर्तमान ही नहीं, भविष्य में जो होने वाला है, उसके सूत्र और संकेत भी आप देख सकते हैं। विजय विनीत (वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक) हर समय की अपनी कहानी होती है, जिसे हम अपने समय में सुनते हैं। जब समय की दीवार खड़ी होती है तो अपने भी पराये हो जाते हैं। हमारी कहानियों में जमाने की दिलचस्पी तब
मुनाफे के साथ सुधारे सेहत Uncategorized by The Ashoka News - December 16, 2021December 24, 20210 स्टीविया की खेती भारत में पूरे साल की जा सकती है। स्टीविया पेरूग्वे का पौधा है। वहां यह बेहया की तरह अपने-आप उग जाता है। यह पौधा सामान्यत: शक्कर से तीस गुना मीठा होता है। स्टीविया के पत्ते का स्वाद मीठा होता है। इसके पत्तों में इंसुलिन बैलेंस करने की शक्ति होती है। एक कप काफी या चाय में इस चूर्ण की आधे से एक ग्राम मात्रा काफी होती है।स्टीविया हर तरह के साइड इफेक्ट से मुक्त है। यह एंटी वायरल और एंटी बैक्टीरियल का भी काम करता है। इसकी खेती के लिए बैंकों से ऋण भी मिलता है।हालांकि इसके लिये अर्धआद्र एवं अर्ध उष्ण जलवायु काफी उपयुक्त मानी जाती है। 110 सेन्टीग्रेड तक के तापमान में इसकी खेती सफलता