खुशहाली बढ़ाने के लिए वैल्यू एडेड कोर्स शुरू करेगा एकेटीयूः प्रो.पीके मिश्र Breaking न्यूज़ Career न्यूज़ इवेंट by The Ashoka News - October 17, 2022October 17, 20220 अशोका इंस्टीट्यूट में तीन दिवसी अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार ‘टेक यात्रा’ का शुभारंभ वाराणसी। अशोका इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट में सोमवार को तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार-टेक यात्रा का शुभारंभ हुआ। इस मौक पर बड़ी संख्या में मौजूद टीचर्स और स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए डा.एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.पीके मिश्र ने कहा कि लोगों के पास धन तो बढ़ रहा है, लेकिन प्रसन्नता घट रही है। सामाजिक मूल्यों को बढ़ाने के लिए एकेटीयू जल्द ही वैल्यू एडेड कोर्स शुरू करने पर गंभीरता से विचार कर रहा है। प्रो.मिश्र ने कहा कि समाज में हैपीनेस को बढ़ाने के लिए हम एक नया कोर्स लांच लांच करना चाहते हैं। यह एक ऐसा कोर्स होगा वो बताएगा कि आपने अपनी खुशहाली के लिए कितना समय दिया। साल 2022 के लिए संयुक्त राष्ट्र की विश्व खुशी रिपोर्ट में भारत का
अशोका एल्युमिनाई मीट: कोविड के बाद मिले दोस्त तो ताजा हुईं यादें, गीत-संगीत पर खूब थिरके पूर्व छात्र Breaking न्यूज़ by The Ashoka News - September 23, 2022September 23, 20220 वाराणसी। अशोका इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट के कई दोस्त जब एक छत के नीचे मिले तो पुरानी यादें ताजा हो उठीं। मौका था अशोका एल्युमिनाई मीट का। दिल्ली के द्वारिका स्थित होटल रेडिसन ब्लू में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। दोस्तों ने एक-दूसरे से उनका हाल जाना। कार्यक्रम के आखिर में गीत-संगीत पर पूर्व छात्र खूब थिरके। एक-दूसरे से मिलते रहने का वादा भी किया। एल्युमिनाई मीट में शिरकत करने के लिए देश भर से अशोका इंस्टीट्यूट के पूर्व छात्र पहुंचे। उन्होंने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए अपनी कामयाबी की कहानी सुनाई। स्टूडेंट्स ने कहा कि यह सिर्फ हमारा कॉलेज ही नहीं, हमारा परिवार भी है। यहीं से ही शिक्षा और उच्च संस्कार प्राप्त करके हम सब अपने जीवन में
अशोका इंस्टीट्यूट में महा-रक्तदान, स्टूडेंट्स ने लिया देशसेवा का संकल्प Breaking न्यूज़ by The Ashoka News - September 23, 2022September 23, 20220 काशी रक्तदान-नेत्रदान कुटुंब, अशोका इंस्टीट्यूट, अशोका स्कूल आफ बिजनेस और सुरभि चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में रक्तदान शिविर वाराणसी। अशोका इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट में गुरुवार रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। स्टूडेंट्स ने बड़े पैमाने पर रक्तदात करते हुए देश सेवा का संकल्प लिया। शिविर का उद्घाटन करते हुए वाइस चेयरमैन अमित मौर्य ने कहा कि रक्तदान भी देश सेवा ही है। यह जरूरी नहीं है कि हम प्रत्यक्ष रूप से किसी समाजसेवी संस्था से जुड़ें। बगैर किसी सरकारी अथवा निजी सामाजिक संस्था से जुड़े भी हम देशसेवा कर सकते हैं। रक्तदान को सबसे बड़ा दान बताते हुए श्री मौर्य ने यह भी कहा रक्तदान जीवनदान है। रक्तदान समाज में आपातकालीन परिस्थितियों मे देश के नागरिकों और सैनिकों के जीवन की रक्षा
अशोका इंस्टीट्यूट में धूमधाम से मनाया गया इंजीनियर्स डे Breaking न्यूज़ by The Ashoka News - September 15, 2022September 15, 20220 समर्पण की अद्भुत मिसाल थे विश्वेश्वरैयाः इंजी. वीरेंद्र शर्मा वाराणसी। अशोका इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट में भारत रत्न महान इंजीनियर डॉ एम विश्वेश्वरैया का जन्मदिन को इंजीनियर्स डे के रूप में मनाया गया। स्टूडेंट्स और टीचर्स ने डॉ विश्वेश्वरैया की प्रतिमा पर मार्ल्यापण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। अल्ट्राटेक सीमेंट के डिप्टी मैनेजर (टेक्निकल) इंजीनियर वीरेंद्र शर्मा ने कहा कि एम विश्वेश्वरैया समर्पण की अद्भुत मिसाल थे। उन्होंने भारत के अलावा दुनिया भर में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया था। विकास कार्यों में उनकी अतुलनीय भूमिका की वजह से उन्हें नए भारत का भागीरथ कहा जाता है। अशोका इंस्टीट्यूट में आयोजित इंजीनियर्स डे पर श्री शर्मा ने कहा कि सिविल इंजीनियरिंग का रुतबा बढ़ता जा रहा है। देश के युवा रियल एस्टेट के
अशोका इंस्टीट्यूट 11 अगस्त से मनाएगा अमृत महोत्सव, आजादी के जांबाज सिपाहियों को याद करते हुए निकाली जाएगी भव्य तिरंगा यात्रा Breaking न्यूज़ by The Ashoka News - August 10, 2022August 10, 20220 वाराणसी। आजादी के 75 साल पूरे होने के अवसर पर अशोका इंस्टीट्यूट 12 अगस्त से अमृत महोत्सव मनाएगा। इस उपलक्ष्य में अशोका इंस्टीट्यूट में 11 से 17 अगस्त तक विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान स्वतंत्रता संग्राम के मूल्यों और गौरव के अभिसरण को एक युवा, नए और आत्मनिर्भर भारत की आकांक्षाओं एवं सपनों को प्रदर्शित किया जाएगा। अशोका इंस्टीट्यूट कि निदेशक डा.सारिका श्रीवास्तव ने यह जानकारी दी। बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव भारत सरकार की एक पहल है, जो प्रगतिशील भारत के 75 साल और इसके लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को रेखांकित करने के लिए है। यह महोत्सव भारत के लोगों को समर्पित है, जिन्होंने न केवल भारत को अपनी विकासवादी यात्रा में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, बल्कि उनके भीतर
भक्ति काव्य में समूचे जीवन का सार, जिसमें हैं भूख, दुःख, पीड़ा, संताप और उदासी के तमाम बिंब इवेंट by The Ashoka News - July 26, 2022July 26, 20220 बीएचयू में आयोजित प्रो.शुकदेव सिंह की स्मृति में समारोह में प्रो.अरुण कमल का उद्बोधन प्रो.कमल ने कहा कि कबीर, सूर, तुलसी और मीरा आदि की रचनाओं में जो शब्द आए हैं उन शब्दों को देखिए तो समय और समाज की सच्चाई दिखाई देगी। भक्ति कविता भाषा और कला की दृष्टि से उच्चतर कविता है। वह सिखाती है कि मनुष्य का सर किसी मनुष्य के समाने नहीं झुकता है। प्रो.कमल ने कहा कि कबीर, सूर, तुलसी और मीरा आदि की रचनाओं में जो शब्द आए हैं उन शब्दों को देखिए तो समय और समाज की सच्चाई दिखाई देगी। भक्ति कविता भाषा और कला की दृष्टि से उच्चतर कविता है। वह सिखाती है कि मनुष्य का सर किसी मनुष्य के समाने नहीं झुकता
श्रेयांश ने कहा-टॉप करना मुश्किल नहीं, बस पढ़ाई में निरंतरता और एकाग्रता जरूरी Breaking न्यूज़ by The Ashoka News - July 25, 2022July 25, 20220 वाराणसी। काउंसिल फार द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एक्जामिनेशंस (सीआईएससीई) की 12वीं की परीक्षा में शिवपुर स्थित सेंट जोसफ कान्वेंट स्कूल की छात्रा श्रेयांश पाण्डेय ने अपने कालेज में टाप किया है। विज्ञान वर्ग की इस स्टूडेंट ने 94.6 फीसदी अंकों के साथ नया कीर्तिमान हासिल किया है। वह अपनी कामयाबी का श्रेय अपनी मौसी डा.कुसुम चतुर्वेदी, बहन सत्यांश पांडेय के अलावा अपने गुरुजनों को देती हैं। वह भविष्य में आईएएस आफिसर बनकर देश की सेवा करना चाहती हैं।सेंट जोसफ कान्वेंट स्कूल की टापर छात्रा श्रेयांश पांडेय कहती हैं कि टॉप करना और अच्छे नंबर लाना मुश्किल नहीं है। बस जरूरत है पढ़ाई में निरंतरता और एकाग्रता की। वह कहती हैं, ‘मुझे अपनी मेहनत और पढ़ाई पर पुख्ता यकीन था कि
श्रेयांश ने कहा-टॉप करना मुश्किल नहीं, बस पढ़ाई में निरंतरता और एकाग्रता जरूरी Breaking न्यूज़ by The Ashoka News - July 25, 2022July 25, 20220 वाराणसी। काउंसिल फार द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एक्जामिनेशंस (सीआईएससीई) की 12वीं की परीक्षा में शिवपुर स्थित सेंट जोसफ कान्वेंट स्कूल की छात्रा श्रेयांश पाण्डेय ने अपने कालेज में टाप किया है। विज्ञान वर्ग की इस स्टूडेंट ने 94.6 फीसदी अंकों के साथ नया कीर्तिमान हासिल किया है। वह अपनी कामयाबी का श्रेय अपनी मौसी डा.कुसुम चतुर्वेदी, बहन सत्यांश पांडेय के अलावा अपने गुरुजनों को देती हैं। वह भविष्य में आईएएस आफिसर बनकर देश की सेवा करना चाहती हैं।सेंट जोसफ कान्वेंट स्कूल की टापर छात्रा श्रेयांश पांडेय कहती हैं कि टॉप करना और अच्छे नंबर लाना मुश्किल नहीं है। बस जरूरत है पढ़ाई में निरंतरता और एकाग्रता की। वह कहती हैं, 'मुझे अपनी मेहनत और पढ़ाई पर पुख्ता यकीन था कि
कला संसार नहीं, आंदोलन रचती हैं बनारस की पूनम Uncategorized by The Ashoka News - July 24, 2022July 24, 20220 सिद्धहस्त चित्रकार पूनम ने अपनी जिंदगी में जितने झंझावतों को झेला है, उतने ही किरदार इनके चित्रों में भी नजर आते हैं। ढूंढेंगे तो पाएंगे कि इनके चित्रों में हर किरदार का एक अतीत है, उसका वर्तमान है और भविष्य भी है। हर चेहरे और हर रंग को एक तय समय और निश्चित परिवेश में आसानी से देखा और पढ़ा जा सकता है। सिर्फ वर्तमान ही नहीं, भविष्य में जो होने वाला है, उसके सूत्र और संकेत भी आप देख सकते हैं। विजय विनीत (वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक) हर समय की अपनी कहानी होती है, जिसे हम अपने समय में सुनते हैं। जब समय की दीवार खड़ी होती है तो अपने भी पराये हो जाते हैं। हमारी कहानियों में जमाने की दिलचस्पी तब
Digital Platform Development Lifecycle Software development by The Ashoka News - July 23, 2022December 1, 20220 ContentProductivity AppsDesign and programming process participantsPlatform maintenance & supportDevelopment processLearning ServicesLearning ServicesHow Is SaaS Different from a Web Application?Chief technology officer or tech lead Your product becomes tangible at this stage, making total buy-in easier to achieve. And because it’s usable—at least to some extent—you can go on with testing to get feedback iteratively. The design phase is when your requirements and feedback collected during the previous step are used to organize your product for further development. Besides, it’s also when your product reaches a visual milestone. Low-code platforms provide integrated collaboration tools to help the development team reach alignment early and often in the application lifecycle.I want to say thank you for the excellent, highly professional work, for your passion, and