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किसानों के सशक्तीकरण को खोली गई भूमि परीक्षण लैब और बेटर लाइफ फार्मिंग हब


बीएचयू के रिसर्च स्कालर उर्वरकों के इस्तेमाल के लिए किसानों को देंगे अपना रिकमेंडेशन

वाराणसी। लघु एवं सीमांत किसानों छोटे किसानों के सशक्तीकरण के लिए बेटर लाइफ फार्मिंग ग्रुप ने मिर्जापुर के चौधरीपुर गांव में भूमि परीक्षण लैब की स्थापना की है। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के रिसर्च स्कालर जांच रिपोर्ट के साथ उर्वरकों के इस्तेमाल के लिए किसानों को अपना रिकमेंडेशन देंगे। आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित लैब का उद्घाटन ग्लोबल स्माल होल्डर फार्मिंग के वरिष्ठ प्रतिनिधि डी. नारायण और वाइस प्रेसिडेंट लिनो डायस ने किया। मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला के उद्घाटन के मौके पर बेटर लाइफ फार्मिंग हव से जुड़े प्रतिनिधियों बड़ी संख्या में किसानों से बातचीत की और कहा कि भारत के 14 राज्यों में बेटर लाइफ फार्मिंग हब काम कर रहा है। “बेटर फॉर्म, बेटर लाइफ” का मकसद कोरोना महामारी से उपजी तात्कालिक चुनौतियों से निपटने में किसानों की मदद करना है।


ग्लोबल स्मॉलहोल्डर फार्मिंग के वरिष्ठ प्रतिनिधि डी. नारायण और वाइस प्रेसिडेंट लिनो डायस ने कृषि प्रौद्योगिकी कंपनी, बायर की इस बात के लिए तारीफ की कि वग छोटे किसानों के सशक्तीकरण की अपनी पहल, ‘बेटर लाइफ फार्मिंग’ (बेहतर जीवन के लिए कृषि) का दायरा कृषि प्रधान राज्यों में बढ़ाती जा रही है। बेटर लाइफ फार्मिंग का मकसद छोटे किसानों को कृषि के आधुनिक संसाधनों के साथ खेती-बारी संबंधी सलाह और ग्रामीण कृषि उद्ममिता को बढ़ावा देना है। बायर साल 2025 तक करीब 25 लाख किसानों को अपने साथ जोड़ने की योजना बना रही है। इसी कंपनी ने करीब ढाई साल पहले बेटर लाइफ फार्मिंग (बीएलएफ), बनाया था। कंपनी ग्रामीण कृषि उद्दमियों का एक समूह बनाना चाहती है जो अपने बीएलएफ केंद्रों को चलाएंगे। ऐसे प्रत्येक केंद्र से आस-पास के पांच या छह गांवों के 500 छोटे और सीमांत किसानों को जोड़ा जाएगा। ये बीएलएफ केंद्र सुनिश्चित करेंगे कि गुणवत्ता वाले कृषि संसाधन तथा लेटेस्ट टेक्नोलॉजी तक किसानों की पहुंच होसके। बीएलएफ केंद्र उन्हें कृषि उपज के एकत्रीकरण और बिक्री में भी मदद करेंगे।

इस मौके पर बीएचयू के प्रोफेसर डॉ अमिताव रक्षित और डॉ यशवंत सिंह ने किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित करते हुए कहा कि कल्पना को संभव बनाने के लिए वह आनंद प्रताप शाही की भक्ति को पहचानते हैं, जो अब तक के सबसे सक्रिय व्यक्ति रहे हैं। रक्षित ने आनंद प्रताप शाही को एपीएस के रूप में दर्शाया, जिसका अर्थ है कृषि उत्पादन प्रणाली – कृषि व्यवसाय का मुख्य आधार।” इस मौके पर कृषि उद्यमी उमाकांत सिंह ने कहा कि हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारी फसलें तीन टन से अधिक उपज दे सकती हैं। बेटरलाइफ फार्मिग हब के प्रयास के उन्हें उसी जमीन में 20 टन मिर्च और टमाटर मिल रहे हैं। बाद में बेटर लाइफ फार्मिंग के यूपी के प्रबंधक आनंद प्रताप शाही ने कहा कि किसानों के सशक्तीकरण के लिए गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (एनबीएफसी) किसानों को 25-30 प्रतिशत की ब्याज दर पर लोन देती हैं। बीएलएफ पहल का विस्तार बिहार, महाराष्ट्र, ओडिशा और पश्चिम बंगाल तक किया जा रहा है। बीएलएफ केंद्रों पर तीन फसलों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है जिनमें मिर्च, टमाटर और धान की फसलें शामिल हैं।


इस मौके पर साइमन ब्रिटिश (सीएफओ दक्षिण एशिया), रोहित मैनी (लीड-ग्रोवर एंगेजमेंट इंडिया, श्रीलंका, बांग्लादेश), अर्नब दास (हेड-स्मॉलहोल्डर फार्मिंग एपीएसी), हरमनप्रीत सिंह (स्मॉलहोल्डर पार्टनरशिप लीड एपीएसी), अजीत चहल (वाणिज्यिक कुंजी खातों के प्रमुख), रवि कुमार (लीड-स्मॉलहोल्डर फार्मिंग, साउथ ईस्ट एशिया), के. मुथु (सेमिन्स हेड इंडिया) ने किसानों का उत्साह बढ़ाया और इस कार्यक्रम में महिला किसानों की भागीदारी की सराहना की। साथ इस बात के लिए खुशी का इजहार किया कि कृषि के क्षेत्र में महिलाएं सामाजिक सीमाओं की भीड़ से ऊपर उठकर खेती-किसानी में सक्रिय हो रही हैं। इस मौके पर यारा इंटरनेशनल के उपाध्यक्ष विनय शर्मा और नेताफिम के बिक्री प्रमुख के. महामुलकर और एक्सिस बैंक के भारत प्रमुख मुनीश शारदा भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम के बाद ग्लोबल टीम ने राजेश सिंह (पप्पू सिंह) द्वारा संचालित तीन साल पुराने बेटर लाइफ फार्मिंग सेंटर का दौरा किया और उनके जीवन के तरीके और आर्थिक ताकत में एक असाधारण बदलाव देखा। उनकी प्रबल अभिव्यक्ति ने पूरे समूह को असाधारण रूप से प्रसन्न कर दिया। साइमन ब्रिट्स और लिनो डायस इतने कम समय में राजेश सिंह द्वारा किए गए सुधार को देखकर चकित रह गए। बाद में रोज़मेरी महोनी (एएलपी प्रशिक्षण विशेषज्ञ), एलन जॉनसन (ग्लोबल लीड स्मॉलहोल्डर सप्लाई चेन IFC), हर्ष विवेक (प्रोग्राम लीडर-दक्षिण एशिया), सुपर्णा जैन (कृषि-व्यवसाय और जल विशेषज्ञ), प्रतिमा भूथापुरी (वरिष्ठ प्रशिक्षक आईएफसी), अकीरा ढकवा (प्रोग्राम को-ऑर्डिनेटर) सहित इंटरनॅशनल फाइनेंस कारपोरेशन (आईएफसी) की टीम ने प्रशिक्षण हासिल करने वाले कृषि उद्यमियों को पूर्णता प्रमाण-पत्र से सम्मानित किया।

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