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अशोका इंस्टीट्यूट के स्टूडेंट्स आसानी से कैसे हासिल कर लेते हैं एमएनसी में शानदार नौकरियां ?

स्टूडेंट्स को जाब की गारंटी देता है अशोका इंस्टीट्यूट

अशोका न्यूज

वाराणसी। पहड़िया स्थित अशोका इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी एंड मैनेजमेंट, उत्तर प्रदेश का ऐसा संस्थान है जो स्टूडेंट्स को जाब की गारंटी देता है। यह संस्थान स्टूडेंट्स को वो रास्ता बताता है जिससे वो देश की नामी कंपनियों में जाब प्लेसमेंट पाने में सफल हो जाते हैं। अशोका इंस्टीट्यूट, अपने स्टूडेंट्स को अव्वल दर्जे की पढ़ाई का न सिर्फ माहौल मुहैया कराता है, बल्कि कामयाबी के लिए उम्दा ट्रेनिंग और टिप्स भी देता है। आइए जानते हैं कि इस स्टीट्यूट में बच्चों को कैसे दी जाती है ट्रेनिंग और कैसे दिलाया जाता है राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों में शानदार नौकरियां?

पहले दौर के प्लेसमेंट में शानदार नौकरियां पाने वाले अशोका इंस्टीट्यूट के स्टूडेंट्स

अशोका इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी एंड मैनेजमेंट में स्टूडेंट्स को ट्रेनिंग और प्लेसमेंट दिलाने के लिए दो ऐसे दक्ष ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट आफिसर को नियुक्त किया गया है जिन्हें ट्रेनिंग और प्लेसमेंट का खासा अनुभव हैं। इनमें एक हैं ओपी शर्मा और दूसरी निशा पांडेय। अशोका इंस्टीट्यूट कैंपस में प्लेसमेंट इंटरव्यू को क्रैक करने के लिए स्टूडेंट्स को तमाम ऐसे टिप्स दिए जाते हैं जिससे उनका मनोबल मजबूत हो जाता है और उन्हें आसानी से नौकरियां मिल जाती हैं। साल 2021 में पहले दौर में अशोका इंस्टीट्यूट के 85 स्टूडेंट्स को देश की नामी कंपनियों में प्लेसमेंट मिला है। यहां पर्सनालिटी डेवलपमेंट की ट्रेनिंग से लेकर इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स की व्यवस्था भी है।

ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट विभाग के प्रभारी ओपी शर्मा बताते हैं कि फाइनल ईयर में पढ़ाई के दौरान यदि आप कैंपस प्लेसमेंट में ही अपना चयन चाहते हैं तो कुछ उपयोगी टिप्स को अपनाकर स्टूडेंट आसानी से देश-दुनिया की बड़ी कंपनियों में जाब हासिल कर सकते हैं। कई बार अच्छे स्टूडेट इंटरव्यू में आत्मविश्वास खो देते हैं। सिर्फ एक नहीं, ऐसा कई छात्रों के साथ होता है। आम स्टूडेट्स की समस्या यह है कि वो पूरे पाठ्यक्रम में कड़ी मेहनत करते हैं, लेकिन जब कैंपस प्लेसमेंट के लिए इंटरव्यू का वक्त आता है तो वो अपेक्षा के अनुरूप नहीं होता है। ज्यादातर छात्रों के लिए कैंपस प्लेसमेंट इंटरव्यू उनके जीवन का पहला इंटरव्यू होता है। ऐसे में उन पर इंटरव्यू क्रैक करने का खासा दबाव होता है।

प्री-प्लेसमेंट प्रेजेंटेशन पर फोकस

प्रो. ओपी शर्मा बताते हैं कि प्लेसमेंट राउंड शुरू होने से पहले, प्रत्येक कंपनी का प्रतिनिधि अपनी कंपनी के बारे में एक प्रस्तुति देता है। हम स्टूडेंट्स को बताते हैं कि आपको अपने  प्रेजेंटेशन में किन बातों पर ध्यान देना होगा? इंटरव्यू के दौरान क्या पूछा जा सकता है और इसके लिए आपके पास बेहतर जवाब होना चाहिए? अशोका इंस्टीट्यूट अपने स्टूडेंट्स को शिक्षण के समय अंतिम साल मॉक इंटरव्यू भी कराता है। इसका फायदा यह होता है कि स्टूडेंट्स में एक कांफिडेंट विकसित होता है। जो स्टूडेंट्स लगातार अभ्यास करते हैं उन्हें अच्छी जाब अपर्च्युनिटी जरूर मिल जाती है। सबसे बड़ी बात यह है कि हम स्टूडेंट्स को इंटरव्यू से पहले टाइम मैनेजमेंट का महत्व भी समझाते हैं। स्टूडेंट्स को समय से पहले बुलाते हैं ताकि अंतिम समय में भी तैयारी करने का मौका मिल सके। समय की पाबंदी एक ऐसा गुण है जिसकी तलाश ज्यादातर कंपनियां अपने कर्मचारियों में करती हैं।

ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट विभाग के प्रभारी ओपी शर्मा

श्री शर्मा बताते हैं कि इंटरव्यू से पहले हम अपने स्टूडेंट्स को उस कंपनी के बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं जिनके प्रतिनिधि साक्षात्कार के लिए हमारे परिसर में आने वाले होते हैं। कई बार आनलाइन साक्षात्कार होता है, तब भी यही प्रक्रिया अपनाते हैं। हम जानते हैं कि इंटरव्यू लेने वाले स्टूडेंट्स से अपनी कंपनी के बारे में भी कुछ बातें पूछ सकता है। हम अपने स्टूडेंट्स को इतना सक्षम बना देते हैं कि वो इंटरव्यू लेने वाली कंपनी से संबंधित कुछ सवालों के जवाब देने के लिए पूरी तरह सक्षम हो।

श्री शर्मा कहते हैं कई बार स्टूडेंट्स की परफॉर्मेंस से ज्यादा काम स्टूडेंट का रिज्यूम कर देता है। ऐसे में स्टूडेंट को हम समझाते हैं कि आपकी प्रमुख उपलब्धियों को बोल्ड हैडिंग में हाइलाइट करें। कोशिश करें कि रिज्यूम दो पृष्ठों से ज्यादा का न हो। संक्षिप्त और आकर्षक बिंदुओं से अपना रिज्यूम तैयार करें।

कुछ ही मामलों में ऐसा भी होता है कि साक्षात्कार लेने वाला स्टूडेंट्स से सवाल पूछने का मौका देता है। यदि ऐसा मौका स्टूडेंट को इंटरव्यू के दौरान मिलता है तो कतई न चूकें। इस बात का ध्यान जरूर रखें कि इंटरव्यू लेने वाला व्यक्ति सैलेरी पैकेज और क्या चीजें ऑफर कर सकता है। इसके बारे में पूछने के बजाय कंपनी के फ्यूचर प्लान्स के बारे में पूछें। इंटरव्यू के अंतिम तीन मिनट में साक्षात्कार लेने वाला यह तय कर लेता है कि आप जॉब के लिए फिट हैं या नहीं।

जाब इंटरव्यू के लिए ऐसे देते हैं ट्रेनिंग

अशोका इंस्टीट्यूट की ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट आफिसर निशा पांडेय कहती हैं कि कॉन्फिडेंस एक ऐसा गुण है जिसकी तलाश सभी कंपनियां करती हैं। हम अपने स्टूडेंट्स को  कॉन्फिडेंस और ओवर कॉन्फिडेंस में फर्क भी समझाने की कोशिश करते हैं। देशी-विदेशी कंपनियां इंटरव्यू के लिए जिन लोगों को भेजती है वो काफी अनुभवी होते हैं और वो अच्छी तरह से जानते हैं कि कहीं स्टूडेट नकली, आत्मविश्वास से भरे व्यवहार में लिप्त तो नहीं है। साक्षात्कारकर्ता आमतौर पर ऐसे  व्यक्तित्व की तलाश करते हैं,  जिनमें आत्मविश्वास भरा होता है। हम स्टूडेंट्स को इस बात की ट्रेनिंग देते हैं कि अपने दिल की बात कहने से न डरें और अपना जुनून जरूर दिखाएं। संस्थान में हम स्टूडेंट्स की पढ़ाई के साथ यह भी सुनिश्चित करते हैं उसकी ओवरआल पर्सनालिटी कैसी है? बाल और नाखून कटे हुए हैं अथवा नहीं? कपड़े साफ और इस्त्री किए गए हैं और आपके जूते पॉलिश किए गए हैं अथवा नहीं?  

ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट आफिसर निशा पांडेय

सुश्री निशा कहती हैं कि अशोका इंटीट्यूट में इंटरव्यू देने से पहले हम बच्चों को समझाते हैं कि साक्षात्कार के समय गहरी सांस लें। दरअसल ऐसा करने से हृदय में ज्यादा ऑक्सीजन पहुंचता है और वो नसों को शांत करता है। साथ ही स्पष्ट सोच की अनुमति देता है। हम अपने इंस्टीट्यूट में बच्चों को इस बात की ट्रेनिंग भी देते हैं कि इंटरव्यू देते समय नर्वस और चिंतित महसूस कर रहे हैं, तो अपनी नसों को शांत करने के लिए बस कुछ गहरी सांसें लें।

प्लेसमेंट आफिसर निशा कहती हैं कि इंटरव्यू के दौरान शैक्षणिक और पाठ्येतर उपलब्धियों के बारे में बात करना सही होता है। साक्षात्कारकर्ता आपकी उपलब्धियों के बारे में जानना चाहते हैं क्योंकि वे ऐसे उम्मीदवारों की तलाश करते हैं जो न केवल अपनी नौकरी में अच्छा करेंगे, बल्कि आगे बढ़ेंगे, और आगे बढ़ेने का हौसला रखते हैं। कई बार इंटरव्यू लेने वाला स्टूडेंट्स से एप्टीट्यूड टेस्ट से प्रश्न हल करने के लिए कह सकते हैं। हम अपने स्टूडेंट को इस बात के लिए तैयार करते हैं कि जब भी खाली समय मिले, नियमित रूप से एप्टीट्यूड टेस्ट करना सुनिश्चित करें। इंटरव्यू के दौरान बहुत अधिक बोलना घबराहट का संकेत है। साक्षात्कारकर्ता की रुचि बनाए रखने के लिए आपको सही संतुलन और पर्याप्त बात करने की आवश्यकता है। साक्षात्कार में अधिकांश प्रश्न इस बारे में होंगे कि आपने अपने डिग्री पाठ्यक्रम में क्या सीखा है? इसलिए, आपको अपनी डिग्री और विशेषज्ञताओं के बारे में जानना होगा। इंटरव्यू लेने वालों को आमतौर पर ऐसे तकनीकी क्षमता की तलाश होती है जो प्रौद्योगिकी ज्ञान के अलवा सामाजिक रूप से जागरूक हों। इंटरव्यू के दौरान बॉडी लैग्वेज पॉजिटिव रखें, आइडियाज को बेहतरीन तरीके से बताएं और बोलने, उठने व बैठने का तरीका सही रखें।

इंटरव्यूकर्ता को लगना चाहिए कि आपको जॉब में कितनी और किस तरह की दिलचस्पी है? साक्षात्कार के दौरान घबराने के बजाय आई कॉन्टैक्ट बनाए रखें। हर सवाल का जवाब धैर्य रखते हुए दें। अशोका इंटीट्यूट में हम स्टूडेंट्स को बताते हैं कि यह आपका पहला बड़ा इंटरव्यू है। आप एक या दो प्रश्न गलत कर देते हैं तब भी कतई न घबराएं। एक गहरी सांस लें, अपने साहस को इकट्ठा करें। हम अपने स्टूडेंट्स को ऑनलाइन साक्षात्कार के लिए तैयारी भी कराते हैं। हम बताते हैं कि इंटरव्यू के लिए एक अच्छा लैपटॉप, इंटरनेट कनेक्शन और एक शांत जगह का चुनाव करें, जहां आप बैठ सकें और जब भी जरूरत हो साक्षात्कार में भाग ले सकें। अशोका इंटीट्यूट पूर्वांचल का इकलौता ऐसा संस्था हैं जहां हम मनोवैज्ञानिक तरीके से बच्चों के जाब प्लेसमेंट की ट्रेनिंग भी देते हैं।

 

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