भक्ति काव्य में समूचे जीवन का सार, जिसमें हैं भूख, दुःख, पीड़ा, संताप और उदासी के तमाम बिंब इवेंट by The Ashoka News - July 26, 2022July 26, 20220 बीएचयू में आयोजित प्रो.शुकदेव सिंह की स्मृति में समारोह में प्रो.अरुण कमल का उद्बोधन प्रो.कमल ने कहा कि कबीर, सूर, तुलसी और मीरा आदि की रचनाओं में जो शब्द आए हैं उन शब्दों को देखिए तो समय और समाज की सच्चाई दिखाई देगी। भक्ति कविता भाषा और कला की दृष्टि से उच्चतर कविता है। वह सिखाती है कि मनुष्य का सर किसी मनुष्य के समाने नहीं झुकता है। प्रो.कमल ने कहा कि कबीर, सूर, तुलसी और मीरा आदि की रचनाओं में जो शब्द आए हैं उन शब्दों को देखिए तो समय और समाज की सच्चाई दिखाई देगी। भक्ति कविता भाषा और कला की दृष्टि से उच्चतर कविता है। वह सिखाती है कि मनुष्य का सर किसी मनुष्य के समाने नहीं झुकता